एक दूर राज्य में एक छोटा राजकुमार रहता था। उसका नाम था विवेक। वह न सिर्फ अपने राज्य का युवराज था बल्कि वह ज्ञान के प्रति भी बहुत उत्सुक था।
विवेक ने अपने राज्य की सारी किताबें पढ़ ली थीं और अब वह नए ज्ञान की खोज में निकल पड़ा। वह अपने घोड़े को लेकर पहुँचा एक घने जंगल में जहाँ एक बुद्धिमान साधु रहता था।
जंगल में उसे तरह-तरह के जानवर मिले और उनसे नई-नई बातें सीखी। एक चालाक लोमड़ी ने उसे समझाया कि कैसे धैर्य और सावधानी महत्वपूर्ण होती हैं। एक शेर ने उसे बताया कि निडरता और शक्ति का असली मतलब क्या है।
आखिर में वह पहुँचा साधु के पास जिसने विवेक को ज्ञान की असली किमत सिखाई। साधु ने उसे बताया कि “ज्ञान अकेले पढ़ाई में नहीं, बल्कि अनुभवों में भी छुपा होता है।”
विवेक जब राज्य वापस आया तो उसने अपने अनुभवों को अपने लोगों के साथ बाँटा और एक बुद्धिमान राजा बना।
यह कहानी न सिर्फ बच्चों को ज्ञान के महत्व के बारे में सिखाती है बल्कि यह भी दर्शाती है कि जीवन में प्रत्येक अनुभव से कुछ न कुछ सीखा जा सकता है।