logo

Love Story

धुंधलके की चांदनी (The Moonlight of Haze)

The Moonlight of Haze

भूमिका:

परियों की कहानियाँ जब हकीकत से मिलती हैं, तब कुछ अजीब सा जादू जन्म लेता है। “धुंधलके की चांदनी” एक ऐसी ही अद्भुत प्रेम कहानी है कि जिसमें एकाकीपन और मोह परीकथा के साथ बुने जाते हैं।

उत्तर भारत के एक छोटे से हिल स्टेशन ‘मिस्टिकोर’ में, एक पुराने बंगले की खिड़की से अक्सर हल्की रोशनी झिलमिलाती नजर आती। वहां रहता था आदित्य, एक प्रतिभाशाली आर्टिस्ट जो अपनी पेंटिंग्स में रंगों के साथ न सिर्फ अपनी कल्पनाएं बल्कि अपनी विरह वेदना भी उतार देता था।

कहानी का विवरण:

आदित्य प्रेम में विश्वास करता था, पर उसका दिल कब का टूट चुका था। स्मृतियों ने उसे घेर रखा था, और वह अपने आर्ट में इसे उतारने की कोशिश करता। उसकी पेंटिंग्स में खोई हुई मोहब्बत, आर्द्र जंगलों का सौंदर्य, और हर रात झिलमिला कर खो जाने वाली चांदनी का अक्स नजर आता।

एक ठंडी शाम में आदित्य की जिंदगी में आया एक परी समान किरदार लिया, नाम उसका था अनाहिता। अनाहिता, एक जीवंत पर्यटक, अपने रहस्यमी अतीत से दूर भागती हुई मिस्टिकोर में आश्रय लेने आई थी। आदित्य के बंगले के सामने से गुजरते हुए, उसे वे पेंटिंग्स दिखाई दीं और वह मंत्रमुग्ध होकर उन्हें निहारने लगी।

अनाहिता की आकर्षक उपस्थिति ने आदित्य के अंदर फिर से भावनाओं की लहर जगा दी। उनकी पहली मुलाकात में बोले गए शायद ही कुछ शब्द थे, लेकिन बिन बोले ही दोनों के दिलों ने ढेर सारी बातें कर लीं।

रातों रात, उन्होंने साथ में हिल स्टेशन की वादियों की सैर की, धुंधलके में चांदनी को समझा, और प्रेम मेहसूस किया। आदित्य को अनाहिता के रूप में अपनी पेंटिंग्स का एक जीवंत रूप मिला था, और अनाहिता को उसके कलात्मक संरक्षण में एक सुरक्षित शरण।

ये भी पढ़े।   गुड़िया और राजू की लव स्टोरी | Love Story

उनका प्रेम धुंधलके की चांदनी की तरह विलक्षण और क्षणिक था। उसके सौंदर्य में एक स्तंभित कर देने वाली नाजुकता थी, जो हर शाम दिखती और सुबह छिप जाती।

सीज़न का अंत आते-आते अनाहिता को फिर से अपने अतीत का सामना करने के लिए वापसी का सफ़र तय करना पड़ा। विदाई की वह शाम थी, और दोनों जानते थे कि उनकी चांदनी अब धुंधला रही थी। अंत में, अनाहिता ने आदित्य को उसके दिल से बनाई गई एक पेंटिंग दी जिसमें मिस्टिकोर की चांदनी को चित्रित किया गया था, और आदित्य ने उसे वो तस्वीरें दीं जो उसने उसकी याद में बनाई थीं।

वक्त गुजरा, सालों बाद भी आदित्य हर सुबह उस खिड़की से धुंधलके की चांदनी को देखता रहा, और हर रात अनाहिता दूर कहीं उसी चांदनी के तले आदित्य की पेंटिंग्स को निहारती रही।

नैतिक शिक्षा:

यह कहानी हमें सिखाती है कि कुछ प्रेम कहानियां जन्मों तक नहीं बल्कि क्षणभंगुर पलों में जी ली जाती हैं, और वो क्षण अनंत काल तक दिलों में महकते रहते हैं।

Share this Story :

पढ़ने लायक और भी मजेदार स्टोरी

Hindi Kahani
Love Story

राज की प्रेम कहानी | Raj ki Prem Kahani

एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में रहने वाला लड़का राज को एक सुंदर सी लड़की की
Hindi Kahani
Love Story

गुड़िया और राजू की लव स्टोरी | Love Story

एक समय की बात है। गुड़िया और राजू एक से बढ़कर एक घनिष्ठ मित्र थे। वे हमेशा साथ रहते थे