बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक जादुई पेड़ था। उस पेड़ के बारे में सभी कहते थे कि वह उन बच्चों की मुरादें पूरी करता है जो अच्छे काम करते हैं। उसी गाँव में एक नन्हा बालक राजू रहता था, जो रोज़ स्कूल जाता और शाम को अपने दोस्तों के साथ उस जादुई पेड़ के नीचे खेलता।
“राजू, क्या तुमने कभी उस पेड़ से कुछ माँगा?” उसकी सहेली रीमा ने पूछा।
“जी हाँ, मैंने माँगा है,” राजू ने मुस्कुराते हुए कहा। “मैंने इस गाँव के लिए खुशियाँ और सफलता माँगी है। यही वजह है कि मुझे इन Inspirational Hindi Stories में विश्वास है।”
एक दिन गांव में एक दुखद स्थिति आ गई। एक असामान्य सूखे ने सबकी खेती और पानी के स्रोत को सुखा दिया। गाँव के लोग परेशान थे और सबने मिलकर प्रार्थना की। राजू ने भी उस जादुई पेड़ के सामने जाकर कहा, “प्रकृति की देवी, मुझे कोई धन-संपत्ति नहीं चाहिए, बस मेरे गाँव की खुशहाली चाहिए।”
उसकी सच्ची प्रार्थना सुनकर, आसमान में बादल छाए, और जोरदार बारिश हुई। सूखे की परेशानी दूर हुई, और गाँव फिर से हरा-भरा हो गया।
राजू की इस Inspirational Hindi Story से सबने सीखा कि सच्चा दिल और उदारता हमेशा संकट के समय में काम आती है। उसका यह कहानी आज भी हिंदी की कहानियों में सुनाई जाती है और गाँव वाले आभारी हैं कि उनके पास ऐसे बच्चे हैं जो गाँव की भलाई के लिए सोचते हैं।
राजू की कहानी हमेशा हिंदी स्टोरीज के रूप में बच्चों को प्रेरणा देती रहेगी।