एक खूबसूरत शहर की गलियों में, जिनमें प्यार की मधुर संगीत हर पल गूंजती थी, वहाँ की हवा में भी प्रेम की अद्भुत खुशबू समायी रहती थी। इसी शहर में वीर और ज़ारा की प्रेम कहानी का जन्म हुआ, जो बहुत ही शिद्दत से एक दूसरे के लिए बने थे। कहते हैं Hindi Love Stories में जितना इज़हार होता है, वे प्रेम कहानियां उतनी ही खूबसूरत होती हैं।
वीर एक बेहद होनहार कलाकार थे, जो अपनी पेंटिंग्स में जीवन के हर पहलू को रंग देते थे। ज़ारा एक कवियत्री थीं, जिनकी कविताएँ दिल को छू लेती थीं। जब से वीर ने ज़ारा को देखा, उसने ज़ारा को अपने कैनवास पर उतारना शुरू कर दिया, और ज़ारा ने वीर को अपनी कविताओं में। उनकी कहानी Hindi Love Stories का बेहतरीन उदाहरण थी।
उनका प्यार समय के साथ और गहराता गया, लेकिन प्रेम के पथ में अक्सर बाधाएँ आती हैं। वीर को एक बड़ी प्रदर्शनी के लिए विदेश जाना पड़ा, और ज़ारा की कविताओं का संग्रह प्रकाशित हो चुका था। दोनों ही अपने-अपने ख्वाबों की उड़ान में थे, पर दिल और ख्याल हमेशा एक दूसरे में बसे थे। इसीलिए तो Hindi Love Stories में प्रेम की ज़िद होती है, वक्त और दूरियों के खिलाफ।
कई साल बीत गए, वीर और ज़ारा ने अपने करियर में तो पहचान बना ली, पर उनके दिल एक दूसरे के लिए वैसे ही प्यार से भरे थे। Hindi Love Stories का वो पन्ना जिसमें मिलन होता है, वह अभी अधूरा था।
अंत में, एक परिस्थित ऐसी आई जब ज़ारा की कविता की एक पुस्तक विमोचन के दौरान, वीर ने ज़ारा को फिर से देखा। उन्होंने उस मोड़ पर जहाँ सब खत्म होने वाला था, वहाँ एक नया आगाज किया।
इस अनोखी प्रेम कहानी ने तत्कालीन एवं आने वाली पीढ़ियों के Hindi Love Stories में एक नए अध्याय का समावेश किया। वीर और ज़ारा का मिलन उनकी कला की तरह एक अजूबा था, जो अनंत काल तक प्रेम के साहित्यकारों द्वारा गुनगुनाया जाएगा।