बहुत समय पहले की बात है, मध्य भारत के एक कस्बे में अवनी और विहान रहते थे। अवनी, स्वभाव से चुलबुली और जीवंत, जबकि विहान, गंभीर और शांत। अवनी मशहूर चित्रकार थी और विहान एक प्रतिष्ठित साहित्यिक लेखक। कहते हैं कि विपरीत स्वभाव के लोग अक्सर एक-दूसरे की ओर आकर्षित होते हैं, और यही उन दोनों के साथ भी हुआ।
अवनी अक्सर पुराने किलों और खंडहरों का चित्र बनाया करती थी, और विहान उन्हीं पुराने स्मारकों पर कहानियाँ लिखता था। ऐसे ही एक पुराने किले में पहली बार उनकी मुलाकात हुई थी।
अवनी की नजर जब विहान पर पड़ी, तो उसने देखा कि विहान एक पुरानी दीवार के सहारे बैठकर कुछ लिख रहा है। विहान भी अवनी की चित्रकारी में खो गया। दोनों के बीच कला के प्रति एक अदृश्य संबंध स्थापित हो गया।
उस दिन के बाद से, अवनी और विहान ने एक साथ कई जगहों की यात्रा की, जहां वे अपनी-अपनी कला में व्यस्त रहते, लेकिन एक-दूसरे की कंपनी का आनंद भी उठाते। इन यात्राओं के दौरान उनके दिलों में प्रेम के बीज अंकुरित हो उठे।
विहान ने अवनी के लिए छोटी छोटी प्रेम कविताएँ लिखनी शुरू कर दीं, और अवनी ने विहान के लिए एक विशेष पेंटिंग बनानी शुरू करी जिसमें उन दोनों की अदृश्य और अटूट बंधन को दर्शाया गया था।
एक दिन, विहान ने अवनी को अपनी कविताओं का एक कुंजीका (संकलन) भेंट किया। उस कुंजीका के पहले पन्ने पर लिखा था, “तुम्हारे बिना मेरी दुनिया रंगहीन होती।”
विहान की सादगी और उसके लफ्जों की गहराई ने अवनी के ह्रदय को छू लिया। उस शाम, जब चाँद आसमान में उच्च स्थान पर था, अवनी ने अपनी विशेष पेंटिंग विहान को दिखाई। पेंटिंग में एक पुराने किले का एक हिस्सा था जो अपने आप में विरासत था, और उस किले के एक कोने में अवनी और विहान साथ बैठे हुए थे।
उस पल विहान ने अवनी के सामने अपने घुटनों पर बैठकर प्रस्ताव रखा, “क्या तुम मेरी जीवन की साथी बनोगी?”
अवनी, जिसकी आँखें खुशियों से भरी हुई थीं, ने जवाब दिया, “हाँ, मैं तुम्हारी साथी बनना चाहती हूँ।”
उस रात, चाँद और तारों के बीच, अवनी और विहान ने अपने प्रेम को सदा के लिए एक दूसरे के साथ बांध लिया। वे दोनों ना केवल कला और साहित्य में अपनी साझेदारी देखते थे, बल्कि जीवन के हर मोड़ पर एक दूसरे के सच्चे साथी के रूप में साथ चलने का वचन भी देखते थे।
अवनी और विहान की कहानी ने सिखाया कि सच्चा प्रेम कला के जैसा होता है, जो आत्मा को छू लेता है और जीवन को एक नई दिशा देता है। उनकी प्रेम कहानी, उनके शहर में बसे हर घर के किस्सों में रच बस गई और समय के साथ यह किस्सा अमर हो गया।
साल गुजरे, अवनी और विहान का प्रेम परवान चढ़ता गया। उनकी प्रेम कहानी उनके शहर में एक मिसाल बन चुकी थी। अवनी की कूची और विहान की कलम, दोनों ने मिलकर अनगिनत रंगों और शब्दों को जीवन दिया।
उनके प्यार की उस शाम, जब विहान ने अवनी को प्रपोज़ किया था, वह शहर में एक खूबसूरत किस्से के रूप में मशहूर हो गया। हर नवजवान जोड़ा उस प्रपोज़ल स्पॉट पर जाकर अपने प्रेम की बातें किया करता। अवनी की वह विशेष पेंटिंग, जिसमें विहान उसके साथ बैठा था, अब शहर के एक गैलरी में सबसे आकर्षक चित्र के रूप में सजी हुई थी।
महीनों बीत गए, विहान ने अवनी के साथ अपने प्रेम को आगे बढ़ाते हुए उसे शहर के प्रसिद्ध बगीचे में ले गया, जहाँ टिमटिमाती रोशनी में उन्होंने एक दूसरे का हाथ थामे चलते-चलते भविष्य के सपने बुने। चांद की चांदनी, हवा में फूलों की खुशबू और कला की बारीकियों पर खुलकर बातचीत, उनकी रातों को और भी खास बना देती थी।
एक दिन विहान ने अवनी के नाम एक खुला पत्र लिखा, जिसमें उसने लिखा, “मेरी प्यारी अवनी, तुम्हारी उपस्थिति मुझे प्रेरित करती है, तुम्हारी मुस्कुराहट मुझे संजीवनी देती है, और तुम्हारे प्यार से मुझे जीवन का असली मकसद मिलता है।”
अवनी ने इस पत्र को पढ़कर विहान को एक चित्रित कविता भेंट की, जिसमें उसने अपने हाथों से उगते सूरज को चित्रित करते हुए लिखा था, “तुम मेरे जीवन का सूर्य हो, तुम्हारे बिना मेरी दुनिया अंधेरी होती।”
वर्षगांठ के मौके पर, विहान ने अवनी को एक विशाल पर्दे पर एक पोर्ट्रेट का उपहार दिया, जिसमें अवनी की सभी अद्भुत चित्रकारी को दर्शाया गया था। अवनी ने भी विहान के लिए एक विशेष कविता लिखी जो उसकी कहानियों के पात्रों की यात्रा को दर्शाती थी।
धीरे-धीरे उनका घर कला और साहित्य के मिश्रण से भर गया। दीवारוׂ पर चित्रों की प्रदर्शनी थी और अलमारियों में विहान द्वारा लिखित पुस्तकों की शृंखला। उनके प्रेम ने न केवल उन्हें, बल्कि उनके आसपास के समुदाय को भी एक अद्वितीय सौंदर्य
और
प्रेरणा से भरपूर बना दिया।
अवनी और विहान के प्रेम में कला और साहित्य का सुंदर संलयन सबको दिखता था। वे दोनों एक-दूसरे के सपनों के मजबूत सुत्र बन गए, और उनका प्यार जितना बढ़ता गया, उतना ही यह साबित करता गया कि सच्चे प्रेम में कोई सीमा नहीं होती। उनकी प्रेम कथा ने साबित कर दिया कि सच्चा प्यार, जिसका आधार मूल्यों और समझदारी पर टिका हो, हमेशा अमर रहेगा। उनकी प्रेम कहानी हर पीढ़ी को प्रेरित करती रहेगी, जिसे सुनकर प्रेम का सच्चा अर्थ समझ में आता है।