भीगी यादें
Hindi Story : बारिश की हल्की बूंदों ने जैसे ही धरती को छुआ, स्मृतियों के बक्से से उसकी मीठी यादें बाहर आने लगीं। अनामिका अपने कमरे की खिड़की से बाहर झांक रही थी। आज का दिन अनामिका के लिए सामान्य नहीं था। बरसात की बूंदों के साथ उसकी आंखों के सामने किसी चलचित्र की भांति उसके जीवन के महत्वपूर्ण क्षण आने लगे।
प्रेम की पहली छाया
यह किस्सा कुछ वर्षों पहले का था जब अनामिका और अमित की पहली मुलाकात हुई थी। गर्मी के दिन थे और कॉलेज के कैंपस में बारिश की बूंदों ने अचानक ही सब कुछ ठंडा कर दिया था। अनामिका एक बड़े छाते के नीचे छुपी हुई पुस्तकालय की ओर बढ़ रही थी। तभी अचानक अमित की नजरें अनामिका से टकराईं। वह भीगते हुए किसी आश्रय की तलाश कर रहा था।
अमित की चंचल नजरों में न जाने क्या था कि अनामिका अनजाने में उसकी ओर खिंची चली गई। उनके बीच की पहली बातचीत ने ही जैसे दिलों को जोड़ दिया। कुछ ही मुलाकातों के बाद उनकी दोस्ती प्रेम में बदली और कॉलेज के गलियारों ने उनकी हँसी-मज़ाक की गवाह बना।
परिवार का सहयोग और चुनौतियाँ
अमित एक कर्मठ और परिश्रमी व्यक्ति था। कॉलेज खत्म होते ही उसने एक प्रतिष्ठित कम्पनी में नौकरी प्राप्त कर ली। दूसरी ओर, अनामिका ने गृहस्थी की जिम्मेदारियाँ सहजता से उठाई। शुरुआती दिन बड़े ही खुशहाल और रोमांटिक थे। दोनों ने मिलकर जीवन को सुंदर बनाने के सपने देखे। उनके परिवार भी इस रिश्ता से खुश थे और उन्होंने पूरी सहायता की।
लेकिन, समय के साथ काम का दबाव, जिम्मेदारियों की बढ़ती लिस्ट और शहर की दूरी ने उनके बीच की करीबियों को कम कर दिया। अमित का अधिकांश समय ऑफिस के काम में ही बीतने लगा, जबकि अनामिका घर की देखरेख में व्यस्त रहती।
दूरी की शुरुआत
अमित और अनामिका के बीच की छोटी-छोटी बातें अब बड़े विवाद में बदलने लगीं। वे दोनों एक-दूसरे से दूर होते जा रहे थे। अमित के काम की बढ़ती व्यस्तता और अनामिका के अकेलेपन ने उन्हें मानसिक रूप से थका दिया था।
काल ने क्या खेल खेला
एक दिन, जब अमित एक महत्वपूर्ण प्रजेंटेशन के लिए ऑफिस में देर तक रुका हुआ था, अनामिका अनमनी सी घर पर बैठी थी। उसने सोचा कि वो अमित के लिए कुछ खास बनाएगी, लेकिन अमित की थकान ने उन प्लान्स को निरस्त कर दिया। इस घटना ने उनके रिश्ते में एक दरार पैदा कर दी।
- संवाद का अभाव: समय के साथ, संवाद में कमी आई और दोनों ने महसूस किया कि उनके बीच अब पहले जैसी बात नहीं रही।
- अंतिम संघर्ष: एक दिन, एक छोटी सी बात ने बड़ा विवाद का रूप ले लिया और अमित ने गुस्से में घर छोड़ दिया।
अलगाव और वेदना
अमित और अनामिका के बीच की दूरी अब असहनीय हो गई थी। वे दोनों अलग-अलग राहों पर चले गए, लेकिन दिल में एक-दूसरे की यादें हमेशा थीं। अमित ने अपने करियर में सफलता हासिल की, लेकिन अनामिका की यादें उसे हमेशा सताती रहीं। अनामिका ने भी एकाकीपन के साथ अपने जीवन को आगे बढ़ाने का प्रयास किया, लेकिन उसकी यादें उसे कभी चैन से नहीं रहने देती थीं।
वर्षों बाद
वर्षों बाद, एक बारिश के दिन अनामिका अपने पुराने घरआई। उसने देखा कि वह स्थान, जहां अमित और उसकी प्रेम कहानी शुरू हुई थी, वही उसकी यादों का घर बन गया था। वह खिड़की से बाहर झांकती रही और बारिश की बूंदों में अपनी पुरानी यादों को ताजा करती रही।