एक गांव के किनारे पर एक घना जंगल था जिसका नाम था भूतिया जंगल। जंगल के अंदर का रास्ता इतना भयानक था कि सूरज की रौशनी भी वहां तक नहीं पहुंच पाती थी। गांव के लोग जंगल की कहानियों से डरते थे और जंगल की ओर जाने से बचते थे।
कहा जाता था कि जंगल में एक बहुत पुरानी और जर्जर हवेली खड़ी थी, जिसमें एक राजा की आत्मा रहती थी। राजा अपनी मौत से कुछ ही दिन पहले आशृवाद प्राप्त करने के लिए उस हवेली में गया था, लेकिन वह वापस नहीं लौटा और उसकी आत्मा वहीं कैद हो गई।
एक दिन गाँव में एक साहसी युवक अर्जुन आया। उसने गांव वालों से जंगल के बारे में सुना और उसने ठान लिया कि वह रहस्य की पड़ताल करेगा। अर्जुन ने अपने कुछ साहसी दोस्तों को इकट्ठा किया और उन सभी ने मिलकर जंगल में प्रवेश किया। (Bhootiya Jangle: भूतिया जंगल की कहानी)
जंगल में प्रवेश करते ही उन्हें भयानक आवाजें सुनाई देने लगीं। पेड़ों के पत्ते सरसराने लगे और ठंडी हवा उनके कानों में फुसफुसाने लगी। अर्जुन और उसके दोस्तों ने हिम्मत जुटाई और आगे बढ़ते रहे।
रात होते-होते वे हवेली तक पहुंच गए। हवेली से एक अजीब सी रोशनी निकल रही थी। उस रोशनी को देखकर वे सभी समझ गए कि यहाँ कुछ अलौकिक है। उन्होंने हवेली के अंदर कदम रखा और देखा कि हवेली के अंदर का दृश्य किसी रोशन महफ़िल की तरह था।
हवेली के मध्य भाग में एक बड़ा हॉल था, जहां राजा की आत्मा को शांति पाने के लिए पूजा की जाती थी। अर्जुन ने देखा कि हॉल के बीच में एक पवित्र अग्नि जल रही थी और उसके चारों ओर अदृश्य ताकतें थीं।
अर्जुन ने समझ लिया कि अगर उसे राजा की आत्मा को शांति दिलानी है तो उन्हें पूजा में खुद को शामिल करना होगा। उसने और उसके दोस्तों ने जंगल के प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करके पूरी निष्ठा के साथ पूजा की।
पूजा पूरी होने पर राजा की आत्मा प्रकट हुई और उसने अर्जुन और उसके दोस्तों को आशीर्वाद दिया। राजा की आत्मा मुक्त हुई और जैसे ही वह ऊपर आकाश की ओर बढ़ी, पूरे जंगल में एक अजीब सी शांति छा गई।
गांव वाले जब ये दृश्य देखने के लिए जंगल की ओर दौड़े, तो वे हैरान रह गए। उन्होंने देखा कि जंगल का अंधेरा नर्म हो गया था और पत्तियों की सरसराहट मानो किसी सुखद संगीत में बदल गई थी।
अर्जुन और उसके दोस्तों के साहस और ज्ञान के कारण, जंगल अब भूतिया नहीं रहा। लोगों ने उन्हें अपना हीरो माना और भूतिया जंगल अब एक पवित्र जंगल के रूप में जाना जाने लगा।
कहानी से ये सिखने को मिलता है कि साहस और सच्चाई की राह पर चलने वालों का मार्ग ईश्वर हमेशा प्रशस्त करते हैं।